मृत: decedent no more casualty defunct company asleep
रूपक: allegory image metaphor drama play dramatic play
उदाहरण वाक्य
1.
कविजी का यथार्थ से कोई जीवंत सम्बन्ध नहीं है-वह एक रूपकात्मक सम्बन्ध है जो एक मृत रूपक (वक्त का पहिया) के अनुरूप ही 'मृत' है; भावुक अपील के लिए बच्ची है;
2.
और कविजी के यथार्थ बोध को शॉक देने के लिए एक विलक्षण बलिष्ठ है, पूरा ढांचा एक नीति कथा का है जिसके अंत में कविजी को 'सीख' भी मिल जाती है और अब वे वक्त के मृत रूपक की बजाय यथार्थ के एक सरल अनार्जित रूपक साइकल पर कविता लिखने लग जाते हैं.
3.
फेबल ' ' बताकर कविता के आदि, मध्य और उत्तम प्रदेश में विचरने के बाद उन्हें यह सुबोध मिला कि “ कविजी का यथार्थ से कोई जीवंत सम्बन्ध नहीं है-वह एक रूपकात्मक सम्बन्ध है जो एक मृत रूपक (वक्त का पहिया) के अनुरूप ही ' मृत ' है ”... यह क्या कविता नहीं कह रही गिरिराज जी?...
4.
फंसाव ऐसा है कि ' ' फेबल '' बताकर कविता के आदि, मध्य और उत्तम प्रदेश में विचरने के बाद उन्हें यह सुबोध मिला कि “ कविजी का यथार्थ से कोई जीवंत सम्बन्ध नहीं है-वह एक रूपकात्मक सम्बन्ध है जो एक मृत रूपक (वक्त का पहिया) के अनुरूप ही ' मृत ' है ”... यह क्या कविता नहीं कह रही गिरिराज जी?...
5.
कविजी का यथार्थ से कोई जीवंत सम्बन्ध नहीं है-वह एक रूपकात्मक सम्बन्ध है जो एक मृत रूपक (वक्त का पहिया) के अनुरूप ही ' मृत ' है ; भावुक अपील के लिए बच्ची है ; और कविजी के यथार्थ बोध को शॉक देने के लिए एक विलक्षण बलिष्ठ है, पूरा ढांचा एक नीति कथा का है जिसके अंत में कविजी को ' सीख ' भी मिल जाती है और अब वे वक्त के मृत रूपक की बजाय यथार्थ के एक सरल अनार्जित रूपक साइकल पर कविता लिखने लग जाते हैं.
6.
कविजी का यथार्थ से कोई जीवंत सम्बन्ध नहीं है-वह एक रूपकात्मक सम्बन्ध है जो एक मृत रूपक (वक्त का पहिया) के अनुरूप ही ' मृत ' है ; भावुक अपील के लिए बच्ची है ; और कविजी के यथार्थ बोध को शॉक देने के लिए एक विलक्षण बलिष्ठ है, पूरा ढांचा एक नीति कथा का है जिसके अंत में कविजी को ' सीख ' भी मिल जाती है और अब वे वक्त के मृत रूपक की बजाय यथार्थ के एक सरल अनार्जित रूपक साइकल पर कविता लिखने लग जाते हैं.